- भालू -
ओहो ! आया भालू काला |
लम्बे लम्बे बालों वाला ||
जुटे मुहल्ले भर के लड़के |
भय है मेरी भैंस न भड़के ||
लिये मदारी था जो झोला |
उसे भूमि पर धर के बोला -
अपना नाच दिखा दे भालू !
पाएगा तू रोटी आलू ||
गाया उसने -आ -या-या-या |
भालू को डंडा दिखलाया||
और बजाया डमरू डम डम |
लगा नाचने भालू छम छम ||
नाचो भाई यैसे ! यैसे !
कह कर लगा मांगने पैसे ||
भालू ने भी खूब हिलाया |
अपनी बालों वाली काया ||
पाई पैसे बरसे खन खन |
उन्हें जेब में रख कर फौरन ||
हँसता आगे बढ़ा मदारी |
भीड़ लिये लड़को की भारी ||
हैं जो अध्यापक चिल्लाते -
आह ! न लड़के पढ़ने आते ||
वे भी भालू अगर नचावें |
तो न मदरसा सूना पावें ||
ओहो ! आया भालू काला |
लम्बे लम्बे बालों वाला ||
जुटे मुहल्ले भर के लड़के |
भय है मेरी भैंस न भड़के ||
लिये मदारी था जो झोला |
उसे भूमि पर धर के बोला -
अपना नाच दिखा दे भालू !
पाएगा तू रोटी आलू ||
गाया उसने -आ -या-या-या |
भालू को डंडा दिखलाया||
और बजाया डमरू डम डम |
लगा नाचने भालू छम छम ||
नाचो भाई यैसे ! यैसे !
कह कर लगा मांगने पैसे ||
भालू ने भी खूब हिलाया |
अपनी बालों वाली काया ||
पाई पैसे बरसे खन खन |
उन्हें जेब में रख कर फौरन ||
हँसता आगे बढ़ा मदारी |
भीड़ लिये लड़को की भारी ||
हैं जो अध्यापक चिल्लाते -
आह ! न लड़के पढ़ने आते ||
वे भी भालू अगर नचावें |
तो न मदरसा सूना पावें ||
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