बाल विनय
हे भगवान , हे भगवान
हम हैं बालक और अजान |
करें तुम्हारा क्या गुणगान ?
मांगें तुमसे क्या वरदान ?
नहीं जानते कुछ भी नाथ
केवल तुम्हे झुकाते माथ||
खड़े हुए हैं जोड़े हाथ |
आओ , झड़ भर खेलो साथ ||
हे भगवान , हे भगवान
हम हैं बालक और अजान |
करें तुम्हारा क्या गुणगान ?
मांगें तुमसे क्या वरदान ?
नहीं जानते कुछ भी नाथ
केवल तुम्हे झुकाते माथ||
खड़े हुए हैं जोड़े हाथ |
आओ , झड़ भर खेलो साथ ||
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